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BSEB Class 8 Social Science Chapter 5. शिल्‍प एवं उद्योग | shilp evm udyog class 8th history solutions

आज के इस पोस्ट में हमलोग कक्षा 8वीं इतिहास का पाठ ‘शिल्‍प एवं उद्योग’ का प्रश्न को देखने वाले है। shilp evm udyog class 8th history 

BSEB Class 8 Social Science Chapter 5. शिल्‍प एवं उद्योग | shilp evm udyog class 8th history solutions

शिल्‍प एवं उद्योग

सही विकल्प को चुनें:

(i) अठारहवीं शताब्दी में भारत का प्रमुख उद्योग निम्नलिखित में से कौन था ?
(क) वस्त्र उद्योग
(ख) कोयला उद्योग
(ग) लौह उद्योग
(घ) जूट उद्योग

(ii) फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कामर्स ऐण्ड इंडस्ट्री (FICCI) की स्थापना कब हुई ?
(क) सन् 1920 में
(ख) सन् 1927 में
(ग) सन् 1938 में
(घ) सन् 1948 में

(iii) जूट उद्योग का प्रमुख केन्द्र कहाँ था?
(क) गुजरात
(ख) आंध्र प्रदेश
(ग) बंगाल
(घ) महाराष्ट्र

(iv) सन् 1881 में अंग्रेजी सरकार ने किस उद्देश्य से मजदूरों के लिए नियम बनाए ?
(क) मजदूरों की स्थिति में सुधार के लिए
(ख) अधिक उत्पादन के लिए
(ग) प्रशासनिक सुविधा के लिए
(घ) अपने आर्थिक लाभ के लिए

(v) ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस (AITUC ) की स्थापना कब हुई ?
(क) 1818 में
(ख) 1920 में
(ग) 1938 में
(घ) 1947 में

निम्नलिखित के जोड़े बनाएँ ।
उत्तर–
(i) जूट उद्योग       ⇒ (ख) बंगाल
(ii) ऊनी वस्त्र उद्योग ⇒ (घ) कश्मीर
(iii) जामदानी बुताई ⇒ (क) लखनऊ
(iv) लौह उद्योग ⇒ (ङ) जमशेदपुर
(v) नील बगान उद्योग ⇒ (ग) चम्पारण

प्रश्न (i) कैलिको अधिनियम के क्या उद्देश्य थे ?
उत्तर—कैलिको अधिनियम का उद्देश्य यह था कि भारतीय कपड़ों को इंग्लैंड में आने से रोकना।

प्रश्न (ii) मुक्त व्यापार की नीति क्या थी?
उत्तर– मुक्त व्यापार की नीति के द्वारा भारतीय व्यापार पर कंपनी का एकाधिकार समाप्त हो गया था। अब इंग्लैंड का कोई भी व्यक्ति भारत के साथ स्वतंत्र रूप से व्यापार कर सकता था।

Read Also:- Bihar Board Class 8 Social Science History Solutions Chapter 5 शिल्प एवं उद्योग

प्रश्न (iii) भारतीय उद्योगपतियों को भारत में उद्योग की स्थापना के मार्ग में क्या-क्या बाधाएँ थीं?
उत्तर– भारतीय उद्योगपतियों को भारत में उद्योग की स्थापना के मार्ग में निम्नलिखित बाधाएँ थीं
(i) पुँजी की कमी
(ii) बैंकों पर अंग्रेजों का नियंत्रण था, इसलिए भारतीय उद्योगपतियों को ऋण नहीं मिल पा रहा था।
(iii) अंग्रेजों की मुक्त व्यापार नीति।

प्रश्न (iv) मजदूरों के हित में पहली बार कब नियम बनाया गया। उन नियमों का मजदूरों पर क्या प्रभाव पड़ा ?
उत्तर – मजदूरों के हित में पहली बार नियम 1948 (न्यूनतम मजदूरी कानून) में बनाया गया।
इन नियमों का मजदूरों पर निम्न प्रभाव पड़ा :-
(i) काम के घंटे में कमी की गई।
(ii) साप्ताहिक अवकाश मिलने लगा।
(iii) घायल श्रमिको को मुआवजा मिलने लगा।
(iv) वेतन को बढ़ाया गया।

प्रश्न (v) स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भारत सरकार ने उद्योगों की स्थिति में सुधार के लिये कौन-से कदम उठाए?
उत्तर— स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भारत सरकार ने मजदूरों की स्थिति में सुधार के लिए ‘न्यूनतम मजदूरी कानून’ बनाकर मजदूरों की मजदूरी को निश्चित किया, जिससे उनकी स्थिति में और सुधार आने लगा। उनके काम के घंटों में कमी की गयी, साप्ताहिक अवकाश दिया गया, काम के दौरान घायल हुए श्रमिकों को मुआवजा देने का नियम भी बनाया गया जिससे मजदूरों की स्थिति पहले से बहुत सुधर गई।

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दोस्तों उम्मीद करता हूं कि ऊपर दिए गए कक्षा 8वीं के इतिहास के पाठ 05 शिल्‍प एवं उद्योग (shilp evm udyog) का नोट्स और उसका प्रश्न को पढ़कर आपको कैसा लगा, कॉमेंट करके जरूर बताएं। धन्यवाद !

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